गोकुल की राधा चली, ओह चली, ओह चल
गोकुल की राधा चली, ओह चली, ओह चल
गोकुल की राधा चली, करके सृंगार व
जमुना के तट पे करे, कृष्णा इंतजार र

घुंघटा उठा के मिला ले तू अखिय
कहने दे कहती हैं जो तेरी सखिय

घुंघटा उठा के मिला ले तू अखिय
कहने दे कहती हैं जो तेरी सखिय

यह प्रीत है पुरान
मैं राजा और तू रान
आ तेरे मेरे जन्मों के वाद
ओह राधे, ओ राध
ओह राधे राधे राध

राधे राधे राध
ओह राधे राधे राध
तेरे बिना कृष्णा त
लगे आधे आध

पूरी भी है अधूरी भी ह
हम दोनों की कहान
पूरी भी है अधूरी भी ह
हम दोनों की कहान
यह प्रेम तो रहेगा अमर
कहता है जमुना का पान
करते हैं चालाक
ये करके ताका ताक

हाँ नैन तेरे नैन सीधे साद
ओह राधे, ओ राध
ओह राधे राधे राध

राधे राधे राधे!
ओह राधे राधे राधे!
तेरे बिना कृष्णा त
लगे आधे आध

राधे राधे राधे!
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