Bewafaa Tu

Jubin Nautiyal

Composición de: Manan Bhardwaj/Rahim Shah
क्यूँ बिन बताए ये आंसू है आय
चेहरे पर फिर भी देखो मेरे हंसी ह
पूछनी है कितनी बात
कहाँ कहाँ गुज़ारी है रात
तेरे बारे में मुझको खबर ये मिली ह

सुना है मैंने बेवफा त
बहुत ही खुश है किसी गैर के मकान म
बहुत ही खुश है किसी गैर के मकान म

सुना है मैंने बेवफा त
मुझे देता है बद्दुआएं दुआ म
मुझे देता है बद्दुआएं तू दुआ म

कैसे किया है मुझे भी बत
कैसे बना तू यूं बेवफ
कुछ तो जवाब दे तू भी मुझ
कब तक ढूंढूं मैं यूं ही तुझ

किस दर जाके किस खुदा स
कैसे मांगूं बता दे तुझ

सुना है मैंने बेवफा त
मेरी बर्बादियों का जश्न मनाता ह
मेरी बर्बादियों का जश्न मनाता ह

सुना है मैंने बेवफ़ा त
मेरी तस्वीर अकेले में जलाता ह
मेरी तस्वीर अकेले में जलाता ह

लगता था मुझमें ही है कुछ कम
जो इश्क किया मुझे मिल ना सक
मेरी ही आँखों में है कुछ नम
जो इश्क तेरा मुझे दिख ना सक

मुझे क्या पता था तू ही है बेवफ
चेहरा यूं तेरा मुझे दिखे ना सक
सोचता रहता हूँ क्या थी ख़त
तू मिल गया जो मुझे तू मिल गय

सुना है मैंने बेवफा त
मेरे मरने का इंतज़ार कर रहा ह
मेरे मरने का इंतज़ार कर रहा ह

सुना है मैंने बेवफा त
मेरे हिस्से का उसको प्यार कर रहा ह
मेरे हिस्से का उसको प्यार कर रहा ह
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