बागों में कैसे ये फूल खिलते ह
खिलते हैं भंवरों से जब फूल मिलते ह
ओ बागों म

ओ आ ह
मौसम बहारों के लगते हैं क्यों प्यार
मौसम बहारों के लगते हैं क्यों प्यार
हस्ते हैं रोते हैं कलियों के संग सार
कलियों के खिलने से दिल भी खिलते ह
बागों म

अच्छा अब तुम बोलो ऐसा कब होता ह
बड़े वो हो मत छेड़ो ऐसा तब होता ह
जब तेरे नैनो से मेरे नैन मिलते ह
बागों म
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