ऐ मेरे दिल मत कर किसी पे ऐतबार हर कदम पर हैं धोखे हज़ार अलबेले आज़ाद परिंदे मस्ती में तू गाता चल पी ले खा ले प्यार का दाना झूम-झूम लहराता चल ऐ मेरे दिल मत कर किसी पे ऐतबार हर कदम पर हैं धोखे हज़ार निर्धन की कोई बात न पूछे दौलत के सब बंदे ह मनमानी करते हैं ज़ालिम आँखें रख कर अंधे ह ऐ मेरे दिल मत कर किसी पे ऐतबार हर कदम पर हैं धोखे हज़ार परछाई को किसने पकड़ा काम भला कब आई ह इससे प्यार की आस न रख तू दुनिया कुड़ परछाई ह ऐ मेरे दिल मत कर किसी पे ऐतबार हर कदम पर हैं धोखे हज़ार