सरफिरी सी बात है तेर
आएगी न यह समझ मेर
है ये फिर भी डर मुझक
मैं न कह दूं हाँ तुझक
सरफिरी सी बात है तेर
आएगी न यह समझ मेर
भूली मैं बीत
ऐसे हूं जीत
आँखों से मैं तेर
ख्वाबों को पीती हुई
सरफिरी सी बात है मेर
आएगी न यह समझ तेर
चलो बातों में बातें घोल
आओ थोड़ा सा खुदको खोल
जो न थे हम जो होंगे नह
आजा दोनो वो हो ल
तेरी बातें सोचती हूं म
तेरी सोचें ओढ़ती हूं म
मुझे खुद में उलझा कर
किया घर में ही बेघर
सरफिरी सी बात है मेर
सरफिरी सी बात है तेर