तू मेरे पास है तू बहुत दूर थ
लौटके आ गया जैसे जह
सोचते थे हम तो समो सहर
ख्वाब पूरा हुआ लायी हमको यह
आँखों की गुस्ताखिय
आँखों की गुस्ताखिय
लायी है हमको यह
आँखों की गुस्ताखियाँ गुस्ताखियाँ ह
हुए थे दीवाने प्यार म
कितने तन्हा थे यार हम
तेरे बिना हम तेरे बिन
जीते तो थे हम लेकिन
साँसें कहाँ चलती थ
तेरे बिना हम तेरे बिन
किस्मतों से मिला जन्नतों का रास्त
कब लिखेगी दास्ता बेतेबिय
आँखों की गुस्ताखियाँ गुस्ताखियाँ ह
गुस्ताखियाँ गुस्ताखिय